एक हिंदू समूह ने इंदौर में एक खाद्य वितरण एजेंट को उसकी सांता क्लॉज़ पोशाक उतरवा दी, जब वह क्रिसमस पर ऑर्डर देने के लिए बाहर गया था।
घटना का एक वीडियो, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, उसमें ज़ोमैटो डिलीवरी एजेंट से ‘हिंदू जागरण मंच’ के जिला संयोजक सुमित हार्डिया द्वारा पूछताछ की जा रही है।
“क्या आप सांता क्लॉज़ बनकर ऑर्डर दे रहे हैं?”, श्री हार्डिया ने उस व्यक्ति से पूछा, जिस पर एजेंट ने सिर हिलाया और हाँ कहा। उन्होंने आगे पूछा, ‘क्या आप कभी दिवाली पर भगवान राम बनकर लोगों के घर जाते हैं?’ इस पर डिलीवरी एजेंट ने जवाब दिया, ‘नहीं, लेकिन अब कंपनी ने मुझे यह कॉस्ट्यूम पहनने के लिए कहा है।’
फिर डिलीवरी एजेंट को पोशाक उतारने के लिए कहा गया।
श्री हार्डिया ने डिलीवरी मैन से कहा, “हम हिंदू हैं, हम बच्चों को क्या संदेश दे रहे हैं। क्या यह जरूरी है कि संदेश तभी दिया जाएगा जब आप केवल सांता क्लॉज की तरह तैयार होंगे। यदि आप वास्तव में संदेश भेजना चाहते हैं, तो पोशाक -भगत सिंह, चन्द्रशेखर आज़ाद के रूप में।”
वीडियो में, श्री हार्डिया को यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि अधिकांश भोजन हिंदुओं को दिया जाता है और भारत एक हिंदू राष्ट्र है।
श्री हार्डिया ने कहा कि ऐसे “प्रलोभन” का प्रयोग अक्सर धर्म परिवर्तन के लिए किया जाता है। उन्होंने खाद्य वितरण कंपनियों के मालिकों की मानसिकता पर भी सवाल उठाया और पूछा कि एजेंटों को ऐसी पोशाक पहनने के पीछे उनकी मंशा क्या है।